Types of Engineering Drawing (इंजीनियरिंग ड्राइंग के प्रकार)
इंजीनियरिंग ड्राइंग प्रायः व्यवसाय ( Trades) के अनुसार दो प्रकार के होते हैं
1-सिविल इंजीनियरिंग ड्राइंग(civil engineering drawing)
व्यवसाय से संबंधित कार्य के अनुसार इस प्रकार की ड्राइंग में भवन (Building) सड़कों (Roads) पुलों (Bridges) तथा बाँधो (Dams) आदि आते हैं ।
2-मैंमैकेनिकल इंजीनियरिंग ड्रॉइंग (Mechanical engineering drawing)
मैंमैकेनिकल व्यवसाय से सम्बंधित मशीन, मशीनों की पुर्जों (Parts of machines) पाइप जोड़ ( Pipe joints) तथा बिल्डिंग जोड़ आदि ड्राइंग बनायी जाती है ।
इंजीनियरिंग ड्राइंग को साफ व शुद्ध बनाने के साधारण नियम
1-सर्वप्रथम जो ड्राइंग बनता है उसको अच्छी तरह समझना चाहिए
2-तत्पश्चात इंजीनियरिंग ड्रॉइंग से संबंधित अन्य जानकारी हासिल करना तथा सभी उपकरण उपलब्ध करने चाहिए
3-मशीन के पार्ट्स की आकृति माप फ़िनिशिंग आदि पूरी जानकारी ड्राइंग में दर्शनी चाहिए अधूरी ड्राइंग हानि कारण हो सकता है
4-सभी उपकरणों की विधिवत रूप से प्रयोग करना चाहिए और क्योंकि साफ-सुथरे ड्राइंग शोभा देता है
क्रियात्मक ड्राइंग ( working Drawing)
किसी वस्तु के क्रियात्मक ड्रॉइंग से तात्पर्य उस वस्तु की संपूर्ण संरचना, उत्पादन आदि के विवरण के लिए आवश्यक जानकारी तथा माप आदी को दर्शाना है डिजाइन द्वारा किसी मशीन के पार्ट्स को डिजाइन किया जाता है तो डिजाइन उसके बारे में एक योजनाबद्ध (Schematic) ड्राइंग तैयार करता है जिसमें वह सावधानी का ध्यान रखते हुए प्रयोगात्मक(Practical manner) से विभिन्न जानकारी विवरण भी अंकित करता है । एसेंमबली के प्रत्येक पार्ट्स का विवरण फिटिंग तथा अन्य जानकारी इंजीनियर ड्राइंग में दर्शाई जाती है इंजीनियरिंग ड्राइंग पढ़ने व समझने के बाद अन्य विषय वस्तु (Matter) की आवश्यकता ना पड़े ।
क्रियात्मक ड्राइंग के उद्देश्य(Purposes of working Drawing)
1-सिविल इंजीनियरिंग ड्राइंग(civil engineering drawing)
व्यवसाय से संबंधित कार्य के अनुसार इस प्रकार की ड्राइंग में भवन (Building) सड़कों (Roads) पुलों (Bridges) तथा बाँधो (Dams) आदि आते हैं ।
2-मैंमैकेनिकल इंजीनियरिंग ड्रॉइंग (Mechanical engineering drawing)
मैंमैकेनिकल व्यवसाय से सम्बंधित मशीन, मशीनों की पुर्जों (Parts of machines) पाइप जोड़ ( Pipe joints) तथा बिल्डिंग जोड़ आदि ड्राइंग बनायी जाती है ।
इंजीनियरिंग ड्राइंग को साफ व शुद्ध बनाने के साधारण नियम
1-सर्वप्रथम जो ड्राइंग बनता है उसको अच्छी तरह समझना चाहिए
2-तत्पश्चात इंजीनियरिंग ड्रॉइंग से संबंधित अन्य जानकारी हासिल करना तथा सभी उपकरण उपलब्ध करने चाहिए
3-मशीन के पार्ट्स की आकृति माप फ़िनिशिंग आदि पूरी जानकारी ड्राइंग में दर्शनी चाहिए अधूरी ड्राइंग हानि कारण हो सकता है
4-सभी उपकरणों की विधिवत रूप से प्रयोग करना चाहिए और क्योंकि साफ-सुथरे ड्राइंग शोभा देता है
क्रियात्मक ड्राइंग ( working Drawing)
किसी वस्तु के क्रियात्मक ड्रॉइंग से तात्पर्य उस वस्तु की संपूर्ण संरचना, उत्पादन आदि के विवरण के लिए आवश्यक जानकारी तथा माप आदी को दर्शाना है डिजाइन द्वारा किसी मशीन के पार्ट्स को डिजाइन किया जाता है तो डिजाइन उसके बारे में एक योजनाबद्ध (Schematic) ड्राइंग तैयार करता है जिसमें वह सावधानी का ध्यान रखते हुए प्रयोगात्मक(Practical manner) से विभिन्न जानकारी विवरण भी अंकित करता है । एसेंमबली के प्रत्येक पार्ट्स का विवरण फिटिंग तथा अन्य जानकारी इंजीनियर ड्राइंग में दर्शाई जाती है इंजीनियरिंग ड्राइंग पढ़ने व समझने के बाद अन्य विषय वस्तु (Matter) की आवश्यकता ना पड़े ।
क्रियात्मक ड्राइंग के उद्देश्य(Purposes of working Drawing)
क्रियात्मक ड्रॉइंग निम्नलिखित उद्देश्य की पूर्ति के लिए तैयार किया जाता है
1-किसी मशीन के पार्ट्स को तैयार करने हेतु उसका नाम उचित विमांकन , फिनिश के संकेत आदि का विधियों हेतु आवश्यक दिशा निर्देश देना
2-उस पार्टस को तैयार करने हेतु विभिन्न विवरण जैसे धातु, उष्मा उपचार आदि के लिए
3-कार्य सम्पूर्ण करने के उपरांत उसका रिकॉर्ड तैयार करके इस को सुरक्षित रखने के लिए
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